GETTING MY SHIV CHAISA TO WORK

Getting My Shiv chaisa To Work

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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥

दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥

तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥

हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥

Young children struggling from health conditions must be manufactured to both recite or hear Shiva Chalisa. Dad and mom can also recite the Chalisa on their child’s behalf. However, they must pronounce the child’s total name, rasi (moon indication), and Nakshatra before the Shiva Chalisa.

देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

अर्थ: माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में more info हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के Shiv chaisa रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।

त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

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